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Showing posts from May, 2017

दुनिया के महान लोग - अल्बर्ट आइंस्टीन

दुनिया के महान लोग - अल्बर्ट आइंस्टीन     अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च, 1879 को वुर्टेमबर्ग, जर्मनी में उल्म में हुआ था। छह हफ्ते बाद वह परिवार म्यूनिख चले गए, जहां उन्होंने बाद में लुइटपॉल्ड जिमनैजियम में अपनी पढ़ाई शुरू की। बाद में, वे इटली में चले गए और अल्बर्ट ने आरा, स्विट्जरलैंड में अपनी शिक्षा जारी रखी और 1896 में उन्होंने ज़्यूरिख में स्विस फेडरल पॉलिटेक्निक स्कूल में प्रवेश किया, ताकि वे भौतिकी और गणित में एक शिक्षक के रूप में प्रशिक्षित हों। 1901 में, उन्होंने डिप्लोमा हासिल कर लिया, इस साल उन्होंने स्विस नागरिकता हासिल कर ली और, चूंकि वह एक शिक्षण पद नहीं पा सके, उन्होंने स्विस पेटेंट कार्यालय में तकनीकी सहायक के रूप में पद स्वीकार कर लिया। 1905 में उन्होंने डॉक्टर की डिग्री प्राप्त की।   पेटेंट कार्यालय में रहने के दौरान और अपने खाली समय में, उन्होंने अपना बहुत ही उल्लेखनीय कार्य का निर्माण किया और 1908 में वह बर्न में Privatization नियुक्त किया गया 1909 में वे प्राग में 19 11 में सैद्धांतिक भौतिकी के प्रोफेसर में ज्यूरिख में प्रोफेसर असाधारण बने, एक समान

श्री मीना सामुदायिक भवन एवं अतिथिगृह कोटा

श्री मीना सामुदायिक भवन एवं अतिथिगृह अहिंसा सर्किल श्रीनाथपुरम् कोटा। श्री मीना सामुदायिक भवन एवं अतिथिगृह अहिसां सर्किल श्रीनाथपुरम् कोटा में स्थित है। जो कि समाज के व्यक्तियों द्वारा अपने स्वयं के उपयोग / समारोह के लिए उपलब्ध होगा। यदि सामुदायिक भवन समाज के लोगों द्वारा आरक्षित नही करवाया जाता है तो तीन माह शेष रहतें अन्य समाज के व्यक्तियों को भी आवंटित किया जा सकता है। आवंटन पूर्णतया “ पहले आओ पहले पाओ ! “ के सिद्धान्त से किया जावेगा। आरक्षण करते समय एक दिन का अग्रिम किराया भी जमा करवाना होगा।             सामुदायिक भवन में ठहरने इत्यादि के लिए अतिथिगृह भी उपलब्ध है। जोकि प्रतिदिन प्रति कमरें के हिसाब से उपलब्ध होगा। जिसका निर्धारित किराया जमा कर आवटंन किया जायेगा। आतिथिगृह के कमरे 24 घण्टे के आधार पर 12 महिने ही उपलब्ध रहेगें। इन्हें भी अग्रिम निर्धारित राशि जमा करवा कर आरक्षित करवाया जा सकता है। श्री मीना सामुदायिक भवन को उपयोग में